चने की करे बुवाई और पाए अधिक उत्पादन व कमाए अच्छा मुनाफा By वनिता कासनियां पंजाब जी 58 kheti samacharचने की खेती कर कमाए अच्छा मुनाफा,जानिए किस किस्म की बीज का उपयोग करे और अच्छी खेती के तरीके चने की खेती उत्तर भारत में बहुत बड़े पैमाने पर की जाती है और इसका उत्पादन भी उत्तर भारत में काफी बढ़िया है संरक्षित नमी वाले सूक्ष्म क्षेत्रों में इसकी खेती बेहद उपयुक्त मानी जाती है ध्यान रखें इस की खेती ऐसे स्थानों पर करें जहां 60 से 90 सेंटीमीटर बारिश होती है सर्द मौसम वाले चित्र में अगर आप इसकी खेती करते हैं तो सबसे बेहतर है चने की खेती अधिकांश उत्तर भारत में की जाती है और इससे काफी बढ़िया मुनाफा कमाया जाता है जिससे किसानों की आर्थिक स्थिति भी काफी हद तक बढ़िया रहती है यह भी पढ़े बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम रबि की फसलों की बुवाई का वक्त नजदीक आ चुका है इस दौरान किसान बड़े पैमाने पर परंपरागत तौर पर गेहूं की बुवाई करते हैं हर साल एक ही तरह की फसल की बुवाई की वजह से किसान को कई बार नुकसान भी झेलना पड़ता है ऐसे में किसानों को कुछ ऐसी फसलों की खेती करने की सलाह दी जाती है जो बेहद कम वक्त में बढ़िया मुनाफा पहुंचा पाए जना भी इसी किस्म की फसल है इसे दलहनी फसलों का राजा माना जाता है चने की खेती कर किसान अधिक से अधिक कमाई कर सकते हैं इस खेती करने के लिए 60 से 90 सेंटीमीटर तक बारिश जरूरी है kheti samachar इन किस्म के चने की करे बुवाई और पाए अधिक उत्पादन व कमाए अच्छा मुनाफा उत्तर भारत में बड़े पैमाने पर की जाती है चने की खेती चने का उत्पादन उत्तर भारत में बहुत बड़े पैमाने पर किया जाता है संरक्षित नामी वाले सूक्ष्म क्षेत्रों में इसकी खेती बेहद उपयुक्त मानी जाती है सर्द मौसम वाले क्षेत्र में अगर आप इसकी खेती करते हैं तो सबसे बेहतर है 24 से 30 डिग्री सेल्सियस के तापमान में इसके पौधे अच्छे तरीके से विकास करते हैं और इसकी उपज भी काफी हद तक बढ़ जाती है चने की उन्नत किस्म की बुवाई कर किसान अच्छा लाभ उठा सकते हैं भूमि उपचार व बुवाई दीमक के प्रकोप से बचाव के लिए क्यूनालफॉस 1.5 प्रतिशत या मैलाथियान 4 प्रतिशत चूर्ण 25 किलो प्रति हेक्टेयर की दर से आखिरी जुताई के समय खेत में मिलाएं। प्रति हेक्टेयर 70-80 किलो बीज बोए। चना की पैदावार कितनी होती है? इसकी औसतन पैदावार 9 क्विंटल प्रति एकड़ होती है। Pusa Chamatkar: यह काबुली चने की किस्म है। यह किस्म तकरीबन 140-150 दिनों में पक जाती है। इसकी औसतन पैदावार 7.5 क्विंटल प्रति एकड़ होती है। चने की खेती कर कमाए अच्छा मुनाफा,जानिए किस किस्म की बीज का उपयोग करे और अच्छी खेती के तरीके यह भी पढ़े किसान काबुली चना इसके 100 दानों का वजन 24 ग्राम है। सी-104 : यह किस्म 130-135 दिनों में पककर तैयार हो जाती है। यह औसतन 10 से13 क्विंटल/हेक्टेयर उपज देती है। इसके 100 दानों का वजन 25-30 ग्राम होता है। सबसे अच्छा चना कौन सा है? पूसा चिकपी 10216 सूखे क्षेत्रों में भी अच्छी उपज दे सकती है। इसकी औसत पैदावार 1,447 किलो प्रति हेक्टेयर है। देश के मध्य के इलाकों नमी की कम उपलब्धता की स्थिति में यह पूसा 372 से करीब 11.9 फीसदी अधिक पैदावार देती है। यह किस्म 110 दिन में तैयार हो जाती है और इसके 100 बीजों का वजन लगभग 22.2 ग्राम होता है।
चने की करे बुवाई और पाए अधिक उत्पादन व कमाए अच्छा मुनाफा
kheti samacharचने की खेती कर कमाए अच्छा मुनाफा,जानिए किस किस्म की बीज का उपयोग करे और अच्छी खेती के तरीके चने की खेती उत्तर भारत में बहुत बड़े पैमाने पर की जाती है और इसका उत्पादन भी उत्तर भारत में काफी बढ़िया है संरक्षित नमी वाले सूक्ष्म क्षेत्रों में इसकी खेती बेहद उपयुक्त मानी जाती है ध्यान रखें इस की खेती ऐसे स्थानों पर करें जहां 60 से 90 सेंटीमीटर बारिश होती है सर्द मौसम वाले चित्र में अगर आप इसकी खेती करते हैं तो सबसे बेहतर है चने की खेती अधिकांश उत्तर भारत में की जाती है और इससे काफी बढ़िया मुनाफा कमाया जाता है जिससे किसानों की आर्थिक स्थिति भी काफी हद तक बढ़िया रहती हैयह भी पढ़े बाल वनिता महिला वृद्ध आश्रम
रबि की फसलों की बुवाई का वक्त नजदीक आ चुका है इस दौरान किसान बड़े पैमाने पर परंपरागत तौर पर गेहूं की बुवाई करते हैं हर साल एक ही तरह की फसल की बुवाई की वजह से किसान को कई बार नुकसान भी झेलना पड़ता है ऐसे में किसानों को कुछ ऐसी फसलों की खेती करने की सलाह दी जाती है जो बेहद कम वक्त में बढ़िया मुनाफा पहुंचा पाए जना भी इसी किस्म की फसल है इसे दलहनी फसलों का राजा माना जाता है चने की खेती कर किसान अधिक से अधिक कमाई कर सकते हैं इस खेती करने के लिए 60 से 90 सेंटीमीटर तक बारिश जरूरी है

kheti samachar इन किस्म के चने की करे बुवाई और पाए अधिक उत्पादन व कमाए अच्छा मुनाफा
उत्तर भारत में बड़े पैमाने पर की जाती है चने की खेती
चने का उत्पादन उत्तर भारत में बहुत बड़े पैमाने पर किया जाता है संरक्षित नामी वाले सूक्ष्म क्षेत्रों में इसकी खेती बेहद उपयुक्त मानी जाती है सर्द मौसम वाले क्षेत्र में अगर आप इसकी खेती करते हैं तो सबसे बेहतर है 24 से 30 डिग्री सेल्सियस के तापमान में इसके पौधे अच्छे तरीके से विकास करते हैं और इसकी उपज भी काफी हद तक बढ़ जाती है चने की उन्नत किस्म की बुवाई कर किसान अच्छा लाभ उठा सकते हैं
भूमि उपचार व बुवाई
दीमक के प्रकोप से बचाव के लिए क्यूनालफॉस 1.5 प्रतिशत या मैलाथियान 4 प्रतिशत चूर्ण 25 किलो प्रति हेक्टेयर की दर से आखिरी जुताई के समय खेत में मिलाएं। प्रति हेक्टेयर 70-80 किलो बीज बोए।
चना की पैदावार कितनी होती है?
इसकी औसतन पैदावार 9 क्विंटल प्रति एकड़ होती है। Pusa Chamatkar: यह काबुली चने की किस्म है। यह किस्म तकरीबन 140-150 दिनों में पक जाती है। इसकी औसतन पैदावार 7.5 क्विंटल प्रति एकड़ होती है।

चने की खेती कर कमाए अच्छा मुनाफा,जानिए किस किस्म की बीज का उपयोग करे और अच्छी खेती के तरीके
यह भी पढ़े किसान
काबुली चना
इसके 100 दानों का वजन 24 ग्राम है। सी-104 : यह किस्म 130-135 दिनों में पककर तैयार हो जाती है। यह औसतन 10 से13 क्विंटल/हेक्टेयर उपज देती है। इसके 100 दानों का वजन 25-30 ग्राम होता है।
सबसे अच्छा चना कौन सा है?
पूसा चिकपी 10216 सूखे क्षेत्रों में भी अच्छी उपज दे सकती है। इसकी औसत पैदावार 1,447 किलो प्रति हेक्टेयर है। देश के मध्य के इलाकों नमी की कम उपलब्धता की स्थिति में यह पूसा 372 से करीब 11.9 फीसदी अधिक पैदावार देती है। यह किस्म 110 दिन में तैयार हो जाती है और इसके 100 बीजों का वजन लगभग 22.2 ग्राम होता है।
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